Saturday, 11 January 2020

एक आधी सी बात के लिए...

मत दो पानी,
सूख जाएगा
पर फिर सपनों में
जब उसके
फूल आएंगे ना -
जब सपनों में वो
तुम्हे खिल खिल कर
दिखाएँगे -
बार बार कहेंगे के
हमें तो मार दिया
कोख में ही -
फिर तुम्हें ये
एहसास होगा
के तुमने प्रेम को
मार दिया संसार
के लिए, के तुमने
परमात्मा
की सम्भावना
को मार दिया,
मात्र एक आधी सी
बात के लिए...

© मनन शील। 





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